उत्तरायण-दक्षिणायन, अध्यात्म और ज्योतिष (भाग-3)
कृष्ण पक्ष, अमावस्या और सोडियम टेल
श्रृंखला का यह भाग कृष्ण पक्ष और अमावस्या पर आधारित है। इससे पूर्व दो भागों में उत्तरायण और दक्षिणायन की व्यवस्थाओं को खगोल, अध्यात्म व ज्योतिषीय दृष्टि से समझने का प्रयास किया गया, अब यह अध्ययन कृष्ण पक्ष और अमावस्या को उसी प्रकार सूक्ष्मतापूर्वक समझने का प्रयास है।
मान्यता: प्राचीन मान्यताओं अनुसार कृष्ण पक्ष में तामसिक क्रियाओं से दूरी बनाए रखने का विधान है।
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